Uproar in Jadavpur University मुख्य बिंदु:
✔ जादवपुर विश्वविद्यालय में वामपंथी छात्रों का हिंसक विरोध प्रदर्शन
✔ पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु के काफिले पर हमला, गाड़ी के शीशे तोड़े गए
✔ प्रदर्शन के दौरान दो छात्र घायल, विश्वविद्यालय परिसर में आगजनी
✔ छात्र संघ चुनाव को लेकर बढ़ रहा असंतोष, पुलिस ने सुरक्षा कड़ी की
जादवपुर विश्वविद्यालय में अशांति, शिक्षा मंत्री पर हमला
पश्चिम बंगाल (West bengal) के प्रतिष्ठित जादवपुर विश्वविद्यालय का परिसर एक बार फिर छात्र राजनीति और हिंसा का केंद्र बन गया। शनिवार रात को वामपंथी छात्र संगठनों ने राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु (Bratya Basu) का घेराव किया और उनके साथ बदसलूकी की। हालात इतने बिगड़ गए कि प्रदर्शनकारियों ने मंत्री की कार के शीशे तोड़ दिए, जिससे दो छात्र घायल हो गए।
रविवार सुबह हालांकि परिसर में शांति बनी रही, लेकिन तनाव का माहौल अभी भी कायम है। इस घटना के बाद प्रशासन और छात्र संगठनों के बीच तनाव और बढ़ गया है, खासकर छात्र संघ चुनाव को लेकर।
क्या हुआ था जादवपुर विश्वविद्यालय में?
1. वामपंथी छात्र संगठनों का शिक्षा मंत्री पर हमला
शनिवार को शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु जादवपुर विश्वविद्यालयमें पश्चिम बंगाल कॉलेज एवं विश्वविद्यालय प्राध्यापक संघ (WBCUPA) की वार्षिक बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। लेकिन जैसे ही वह कार्यक्रम स्थल से निकले, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) और अन्य वामपंथी छात्र संगठनों ने घेराव कर लिया। प्रदर्शनकारियों ने छात्र संघ चुनाव कराने की मांग को लेकर नारेबाजी की और मंत्री की कार को घेर लिया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि मंत्री के काफिले को जबरदस्ती परिसर से बाहर निकालना पड़ा, इस दौरान उनकी कार पर हमला किया गया और शीशे तोड़ दिए गए।
2. विरोध प्रदर्शन में हिंसा, दो छात्र घायल
प्रदर्शन के दौरान जैसे ही मंत्री का काफिला तेज़ी से निकला, दो छात्र घायल हो गए। इसके बाद प्रदर्शन और उग्र हो गया। गुस्साए छात्रों ने परिसर में आगजनी की और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के शिक्षा प्रकोष्ठ के कार्यालय में तोड़फोड़ की।
3. कार्यवाहक कुलपति के साथ भी दुर्व्यवहार
घटना के बाद जादवपुर विश्वविद्यालयके कार्यवाहक कुलपति भास्कर गुप्ता जब घायल छात्र इंद्रानुज रॉय को देखने एक निजी अस्पताल पहुंचे, तो वहां भी स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
कुछ वामपंथी छात्रों ने गुप्ता पर छात्र संघ चुनाव जैसे मुद्दों पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए उनके साथ गाली-गलौज की।
“मैं समझ सकता हूं कि छात्र इस घटना से आहत हैं। हम सभी घायल छात्रों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं,” कुलपति ने कहा।
छात्र संघ चुनाव को लेकर क्यों नाराज हैं छात्र?
यादवपुर विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव लंबे समय से नहीं हुए हैं। वामपंथी छात्र संगठन SFI और अन्य गुट सरकार पर जानबूझकर चुनाव टालने का आरोप लगा रहे हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि
- छात्र संघ चुनाव कराने का अधिकार उच्च शिक्षा मंत्रालय के पास है।
- उन्होंने सरकार से कई बार अनुरोध किया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
इस मुद्दे को लेकर छात्रों में काफी असंतोष है और शनिवार का विरोध प्रदर्शन इसी नाराजगी का नतीजा था।
टीएमसी ने वामपंथी छात्रों पर साधा निशाना
घटना के बाद तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने वामपंथी प्रदर्शनकारियों की कड़ी आलोचना की।
- TMC का आरोप: छात्रों का विरोध एक सुनियोजित हमला था।
- WBCUPA की बैठक के दौरान भी वामपंथी गुटों ने तोड़फोड़ की और शिक्षकों के साथ मारपीट की।
- TMC ने वामपंथी संगठनों पर विश्वविद्यालय परिसर का माहौल खराब करने का आरोप लगाया।
TMC के नेता सुब्रत बख्शी ने कहा:
“छात्रों को अपनी मांग रखने का अधिकार है, लेकिन हिंसा का समर्थन नहीं किया जा सकता।”
पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा, परिसर के बाहर कड़ी निगरानी
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने यादवपुर विश्वविद्यालय के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है।
- एस.सी. मलिक रोड और यादवपुर थाना इलाके में कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
- पुलिस को डर है कि TMC और वामपंथी छात्र संगठनों के बीच टकराव बढ़ सकता है।
शनिवार को हुए प्रदर्शन में पहले ही दो छात्र घायल हो चुके हैं, इसलिए प्रशासन अगले कुछ दिनों तक विशेष सतर्कता बरत रहा है।