नई दिल्ली : उत्तर-पूर्वी जिले के साइबर थाने में तैनात एक सब-इंस्पेक्टर (एसआई) पर करोड़ों रुपये की हेराफेरी कर जीटीबी एन्क्लेव थाने में तैनात महिला एसआई के साथ फरार होने का मामला सामने आया है। इस प्रकरण के मद्देनजर दोनों अधिकारियों को निलंबित कर आरोपियों की तलाश जारी है, हालाँकि इनकी तलाश करते हुए पुलिस को 10 दिन से अधिक समय हो चुका हैं । सूत्रों के अनुसार पुलिस टीमों द्वारा राजस्थान, उत्तराखंड और बागपत में छापेमारी की जा रही है।
बागपत निवासी अंकुर मलिक वर्ष 2012 में दिल्ली पुलिस में सिपाही के पद पर नियुक्त हुआ था और 2021 में उसे एसआई पदोन्नति मिली। मार्च 2024 से वह उत्तर-पूर्वी जिले के साइबर सेल थाने में तैनात था। उसके परिवार में पत्नी और एक बच्चा है, जबकि उसकी पत्नी लकवे से पीड़ित है।
सूत्रों के अनुसार, ट्रेनिंग के दौरान अंकुर की मुलाकात बागपत की रहने वाली एक महिला पुलिसकर्मी से हुई थी। वह विवेक विहार थाना क्षेत्र में किराए के मकान में रह रहा था। वहीं, महिला एसआई जीटीबी एन्क्लेव थाने में कार्यरत थी और दिसंबर 2024 में उसकी शादी मंडोली जेल के सहायक अधीक्षक से हुई थी। जानकारी के मुताबिक, पति-पत्नी के बीच कुछ समय से अनबन चल रही थी।
अंकुर मलिक ने 17 मार्च को सात दिन का मेडिकल अवकाश लिया था और 24 मार्च को उसे ड्यूटी पर लौटना था। जब वह निर्धारित तिथि पर थाने में उपस्थित नहीं हुआ तो सहकर्मियों ने उसे कॉल किया, लेकिन उसका फोन स्विच ऑफ मिला। इसके बाद उसे गैर-हाजिर घोषित कर दिया गया। 27 मार्च को परिजनों ने विवेक विहार थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
जब पुलिस ने उन साइबर ठगी के मामलों की जांच शुरू की, जिनकी जांच एसआई कर रहा था, तो वित्तीय अनियमितताओं का खुलासा हुआ। जांच में सामने आया कि तीन बैंक खातों में ठगी की राशि जमा थी, जिन्हें एसआई ने फ्रीज करवा दिया था। बाद में, उसने कोर्ट की अनुमति से इन फ्रीज खातों से लगभग 50 लाख रुपये तीन अन्य खातों में ट्रांसफर करवा दिए। इन खातों में से एक शादाब नामक व्यक्ति का बताया जा रहा है।
अंकुर मलिक के खिलाफ साइबर थाने में धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि उसकी करीबी दोस्त, जो जीटीबी एन्क्लेव थाने में तैनात थी, वह भी लापता है। उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है, और उसका फोन भी स्विच ऑफ है। पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि महिला एसआई के वेतन खाते में करोड़ों रुपये का संदेहास्पद लेन-देन हुआ है। यह मामला अब उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है और पुलिस टीम तेजी से दोनों आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।