भारत ने अपने पिछले 10 टेस्ट मैचों में सातवीं हार झेली है। लीड्स के हेडिंग्ले में खेले गए पहले टेस्ट में भारत को इंग्लैंड के हाथों 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा, जिससे इंग्लैंड ने पांच मैचों की सीरीज़ में 1-0 की बढ़त बना ली।
इस मुकाबले में भारत की हार की मुख्य वजहें रही — छोड़े गए कैच और निचले क्रम की नाकामी।
भारत के नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने भी हार के बाद साफ तौर पर इन दोनों पहलुओं को हार की वजह बताया।
“कैच जिताते हैं मैच”, लेकिन टीम इंडिया यह सबक भूल गई!
भारत ने इस मैच में कुल 8 कैच छोड़े। इसके अलावा एक विकेट नो-बॉल पर छूटा और दर्जनों हाफ-चांस भी गंवाए गए।
पहली पारी में 6 कैच छोड़े गए, दूसरी पारी में 2।
यशस्वी जायसवाल ने सबसे ज़्यादा 4 कैच गिराए।
रविंद्र जडेजा, ऋषभ पंत, साई सुदर्शन और जसप्रीत बुमराह ने 1-1 कैच छोड़ा।
बुमराह की गेंदबाज़ी पर 5 मौके गंवाए गए, जिनमें एक उनका खुद का कैच भी शामिल था।
कैच छूटने के असर:
बेन डकेट: पहली पारी में 11 पर दो बार बचे, बनाए 62 रन; दूसरी पारी में 97 पर छूटे, बनाए 149 रन
ऑली पोप: 60 पर छूटे, बनाए शतक
हैरी ब्रूक: 0 और 82 पर जीवनदान मिला, बनाए 99 रन
जेमी स्मिथ: 19 पर छूटे, बनाए 40 रन
जैक क्रॉली: 38 पर बुमराह ने छोड़ा, बनाए 65 रन
शुभमन गिल ने मैच के बाद कहा:
“मुझे लगता है यह शानदार टेस्ट मैच था। हमारे पास मौके थे, लेकिन हमने कैच छोड़े और निचले क्रम ने योगदान नहीं दिया। ये सब इतनी जल्दी हुआ कि समझने का वक्त भी नहीं मिला। विकेट ऐसे थे जहाँ मौके कम मिलते हैं, तो जो मिलें उन्हें पकड़ना ज़रूरी है। हमारी टीम युवा है, सीख रही है और उम्मीद है आगे इसमें सुधार होगा।”
निचला क्रम बना भारत की कमजोरी
भारत ने पूरे मैच में 835 रन बनाए, लेकिन निचले क्रम का योगदान सिर्फ 43 रन रहा।
भारत की पहली पारी में:
स्कोर था 430/3 → ऑल आउट 471 पर
अंतिम 7 विकेट गिरे सिर्फ 41 रन में
दूसरी पारी में:
स्कोर था 333/4 → ऑल आउट 364 पर
अंतिम 6 विकेट गिरे सिर्फ 31 रन में
शतक लगाने वाले बल्लेबाज:
यशस्वी जायसवाल
शुभमन गिल
केएल राहुल
ऋषभ पंत (दोनों पारियों में शतक)
इन चारों ने मिलाकर बनाए 691 रन (786 में से)।
बाकी सात बल्लेबाज मिलकर बनाए सिर्फ 105 रन।
करुण नायर: 0 और 20
साई सुदर्शन: 0 और 30
रविंद्र जडेजा: 11 और 25
निचला क्रम (जडेजा समेत): सिर्फ 43 रन (जडेजा के 36 रन शामिल)
गिल ने स्वीकार किया:
“हम कल 430 के आसपास सोच रहे थे कि डिक्लेरेशन करें, लेकिन अंत में रन नहीं बने जिससे मुश्किल बढ़ गई। पहली पारी की गड़बड़ी पर हमने बात की है। अब हमें यह आगे सुधारनी होगी।”