मणिपुर : मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने 9 फरवरी को अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया था। राज्य में 3 मई 2023 से जारी जातीय हिंसा के कारण 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इसी वजह से बीरेन सिंह पर इस्तीफे का दबाव था। विपक्षी दल भी इस मुद्दे पर लगातार केंद्र सरकार से जवाब मांग रहे थे।
एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतने लंबे समय तक उन्हें पद पर बनाए रखा, जबकि राज्य हिंसा और जान-माल के नुकसान से जूझ रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट की जांच, कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव और जनता के बढ़ते दबाव के कारण अंततः बीरेन सिंह को इस्तीफा देना पड़ा।
अपने सोशल मीडिया पोस्ट में राहुल गांधी ने कहा कि इस समय सबसे जरूरी चीज मणिपुर में शांति बहाल करना और वहां के लोगों के घावों को भरना है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह किया कि वे मणिपुर जाकर जनता से संवाद करें और राज्य में हालात सामान्य करने की अपनी योजना साझा करें।
दिसंबर 2024 में बीरेन सिंह ने राज्य में हुई हिंसा और जनहानि के लिए माफी मांगी थी। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण वर्ष बताते हुए कहा था कि 3 मई 2023 से अब तक हुई घटनाओं के लिए वे राज्य की जनता से क्षमा चाहते हैं। एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा था कि कई लोगों ने अपने प्रियजन खो दिए और कई को अपना घर छोड़ना पड़ा। उन्होंने गहरा खेद व्यक्त करते हुए माफी मांगी थी।