नई दिल्ली : आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण के हिंदी भाषा की आवश्यकता को लेकर दिए गए बयान के बाद विवाद गहराता जा रहा है, एक तरफ जहां कुछ लोग उनके समर्थन में हैं, वहीं कई विरोध कर रहे हैं। उन्होंने तमिलनाडु पर पाखंड करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य के नेता वित्तीय लाभ के लिए तमिल फिल्मों को हिंदी में डब करने की अनुमति देते हैं, लेकिन हिंदी को स्वीकार करने से इनकार करते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि तमिलनाडु को हिंदी भाषा से समस्या है, तो वहां की फिल्में हिंदी में डब कर कमाई क्यों करती हैं?
उनके इस बयान के बाद डीएमके ने कड़ी आपत्ति जताई, और अभिनेता प्रकाश राज भी इस बहस में कूद पड़े। सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय रखने वाले प्रकाश राज ने पवन कल्याण पर तंज कसते हुए कहा कि यह बहस किसी भाषा से नफरत की नहीं, बल्कि अपनी मातृभाषा की रक्षा करने की है। उन्होंने एक एक्स पोस्ट में पवन कल्याण के पुराने बयान को शेयर करते हुए लिखा, “चुनाव जीतने से पहले ये जनसेना थी, जीतने के बाद ये भजन सेना हो गई।”
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब तमिलनाडु में नई शिक्षा नीति के तहत ‘तीन-भाषा फॉर्मूले’ को लेकर चर्चा तेज है। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और डीएमके सरकार इस मुद्दे पर आमने-सामने हैं, जिससे भाषा को लेकर बहस और अधिक गरमा गई है।