जूनागढ़ : सोमवार सुबह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व वन्यजीव दिवस के मौके पर जूनागढ़ जिले के गिर वन्यजीव अभयारण्य में जंगल सफारी का लुफ्त उठाया, जबकि इससे पूर्व रविवार शाम को उन्होंने सोमनाथ मंदिर में भगवान शिव की पूजा-अर्चना की। वही ‘सिंह सदन’ नामक वन अतिथि गृह में उन्होंने रात को विश्राम किया ।
इसके बाद सुबह होते ही वे जंगल सफारी के लिए निकले, उनके साथ कुछ मंत्री और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। इसके बाद वे सासण गिर में राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (एनबीडब्ल्यूएल) की सातवीं बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस बोर्ड में 47 सदस्य शामिल हैं, जिनमें सेना प्रमुख, विभिन्न राज्यों के अधिकारी, गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि और वन्यजीव विशेषज्ञ शामिल हैं।
इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी सासण में महिला वन कर्मचारियों से भी बातचीत करेंगे। सरकार ने एशियाई शेरों के संरक्षण के लिए ‘प्रोजेक्ट लॉयन’ के तहत 2,900 करोड़ रुपये से अधिक की राशि मंजूर की है। ये शेर पूरी दुनिया में सिर्फ गुजरात में ही पाए जाते हैं और अब इनका क्षेत्र 9 जिलों के 53 तालुकों में लगभग 30,000 वर्ग किलोमीटर तक फैल चुका है।
इसके अलावा, जूनागढ़ जिले के न्यू पिपल्या में 20.24 हेक्टेयर भूमि पर एक राष्ट्रीय रेफरल केंद्र बनाया जा रहा है, जहां वन्यजीवों के चिकित्सा और बीमारियों की रोकथाम पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सासण में भी आधुनिक तकनीक से युक्त निगरानी केंद्र और एक अत्याधुनिक वन्यजीव अस्पताल की स्थापना की गई है, जिससे शेरों के संरक्षण को और मजबूती मिलेगी।