नयी दिल्ली, केंद्रीय बजट को निराशाजनक बताते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) की सांसद सुप्रिया सुले ने सोमवार को कहा कि आज जब डॉलर के मुकाबले पाउंड, यूरो और सिंगापुरी डॉलर जैसी विदेशी मुद्राएं मजबूत हो रही हैं, ऐसे में रुपये का मूल्य गिरने के पीछे वैश्विक परिदृश्य को जिम्मेदार ठहराने का सरकार का तर्क नहीं चलेगा। लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए सुले ने 12 लाख रुपये की वार्षिक आय को कर से मुक्त करने के बजट में किए गए प्रस्ताव को सराहा, लेकिन जीएसटी में छूट देकर राज्यों और आम नागरिकों को राहत देने की मांग भी केंद्र सरकार से की।
सुले ने कहा, ‘‘हमें इस बजट से बहुत उम्मीद थी लेकिन हम बहुत निराश हुए। डॉलर के मुकाबले रुपया गिरता जा रहा है। आज ब्रिटेन में पाउंड को डॉलर के मुकाबले मजबूती मिली है, सिंगापुर डॉलर मजबूत हुआ है और यूरो भी मजबूत स्थिति में है, लेकिन रुपया और गिर गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें पता है कि सरकार इसके पीछे यही तर्क दोहराएगी कि इसके लिए वैश्विक परिस्थिति जिम्मेदार हैं। लेकिन जब विदेशी मुद्राएं डॉलर के मुकाबले मजबूत हो रही हैं तो यह वजह नहीं चलेगी।’’
राकांपा (एसपी) सांसद ने देश से विदेशी निवेशकों के बाहर जाने, व्यापार घाटा बढ़ने और जल जीवन मिशन जैसे कार्यक्रमों पर रोक लगने का भी दावा किया। उन्होंने कहा कि यह बात माननी होगी कि केंद्र सरकार ने बैंकिंग के क्षेत्र में अच्छा काम किया है, लेकिन उसे स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह आईडीबीआई बैंक का निजीकरण करने जा रही है? सुले ने कहा, ‘‘पूर्व वित्त मंत्री जसवंत सिंह ने वादा किया था कि इस बैंक का निजीकरण किया जाएगा तो संसद के माध्यम से किया जाएगा। सरकार को संसद के माध्यम से प्रक्रिया के अनुसार ही ऐसा करना चाहिए।