नागपुर : सोमवार रात औरंगजेब की कब्र को लेकर उपजे विवाद ने नागपुर में हिंसक रूप ले लिया। दो गुटों के बीच हुई झड़पों में कई दुकानों, घरों और वाहनों में आगजनी की गई, साथ ही पत्थरबाजी भी हुई, जिसके बाद प्रशासन ने इलाके में कर्फ्यू लागू कर दिया। महाल इलाके से शुरू हुई यह हिंसा देखते ही देखते हंसपुरी तक फैल गई। उपद्रवियों ने कई घरों, वाहनों और एक क्लिनिक में तोड़फोड़ और आगजनी की। अधिकारियों के अनुसार, फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
घटना सोमवार शाम करीब 7:30 बजे मध्य नागपुर में भड़की, जब पुलिस पर पथराव किया गया। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, एक अफवाह फैली थी कि वीएचपी के आंदोलन के दौरान औरंगजेब की कब्र को हटाने को लेकर एक समुदाय की पवित्र पुस्तक जला दी गई थी। इसके बाद हिंसा भड़क उठी।
पुलिस के अनुसार, रात 10:30 से 11:30 बजे के बीच ओल्ड भंडारा रोड स्थित हंसपुरी इलाके में भी झड़पें हुईं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उग्र भीड़ ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया और घरों व एक क्लिनिक में तोड़फोड़ की। दंगाइयों ने घरों पर भी पत्थरबाजी की।
महाल क्षेत्र में चिटनिस पार्क के पास ओल्ड हिसलोप कॉलेज इलाके के निवासियों ने बताया कि शाम 7:30 बजे एक भीड़ उनके इलाके में घुस आई और घरों पर पत्थर फेंकने लगी। उपद्रवियों ने गलियों में खड़ी चार कारों में तोड़फोड़ की, जिनमें से एक पूरी तरह जलकर खाक हो गई।
पुलिस ने हिंसा प्रभावित इलाकों में तलाशी अभियान चलाकर 65 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और नागपुर से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है।