Israel-Hamas Conflict Escalates मुख्य बिंदु:
- इजराइल ने गाजा पट्टी में सभी वस्तुओं की आपूर्ति पर रोक लगाई
- संघर्ष विराम समझौते को लेकर इजराइल और हमास में बढ़ा तनाव
- हमास ने इजराइल पर जबरन वसूली और युद्ध अपराध का आरोप लगाया
- इजराइल 20 अप्रैल तक संघर्ष विराम बढ़ाने को तैयार, बंधकों की रिहाई शर्तों पर टिकी
गाजा पट्टी में बढ़ता मानवीय संकट: इजराइल ने सहायता आपूर्ति रोकी
मध्य पूर्व में इजराइल और हमास के बीच जारी संघर्ष एक नए मोड़ पर आ गया है। रविवार को इजराइल ने गाजा पट्टी में सभी मानवीय सहायता और वस्तुओं की आपूर्ति रोकने का फैसला किया। यह कदम ऐसे समय में आया है जब संघर्ष विराम समझौते के दूसरे चरण को लेकर वार्ता चल रही थी।
इजराइल ने चेतावनी दी है कि यदि हमास संघर्ष विराम के विस्तार के लिए अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करता, तो उसे और भी गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। वहीं, हमास ने इस फैसले को “जबरन वसूली का घटिया हथकंडा, युद्ध अपराध और संघर्ष विराम समझौते पर हमला” करार दिया है।
यह कदम गाजा में पहले से ही मौजूद खाद्य संकट, दवाओं की कमी और बुनियादी जरूरतों के अभाव को और गंभीर बना सकता है।
संघर्ष विराम समझौते का पहला चरण खत्म, आगे क्या होगा?
इजराइल-हमास संघर्ष विराम का पहला चरण शनिवार को समाप्त हो गया। इस चरण में मानवीय सहायता में वृद्धि शामिल थी, लेकिन स्थायी शांति को लेकर अभी कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है।
अब, दूसरे चरण को लेकर बातचीत होनी बाकी है, जिसमें कुछ प्रमुख बिंदु शामिल हैं—
- इजराइल को अपनी सेना वापस बुलानी होगी
- हमास को शेष बंधकों को रिहा करना होगा
- संघर्ष विराम को स्थायी बनाया जा सकता है
इजराइल ने स्पष्ट किया है कि 20 अप्रैल तक संघर्ष विराम बढ़ाने को तैयार है, लेकिन यह तभी संभव होगा जब हमास इस समझौते को स्वीकार करे।
हमास का आरोप: “इजराइल समझौते को कमजोर कर रहा है”
हमास ने इजराइल पर यह आरोप लगाया कि वह संघर्ष विराम को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। हमास के प्रवक्ता के अनुसार—
“इजराइल का यह कदम सीधे तौर पर संघर्ष विराम को तोड़ने की कोशिश है। मानवीय सहायता रोकना न केवल एक युद्ध अपराध है, बल्कि यह लाखों लोगों की जिंदगी को संकट में डालने की साजिश भी है।”
हमास ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वह गाजा के नागरिकों को बुनियादी जरूरतों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करे।
क्या है अमेरिकी प्रस्ताव, जिस पर इजराइल और हमास में विवाद है?
इजराइल ने रविवार को कहा कि संघर्ष विराम को आगे बढ़ाने का यह प्रस्ताव अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के पश्चिम एशिया के दूत स्टीव विटकॉफ की ओर से आया है।
इस प्रस्ताव के मुख्य बिंदु हैं—
- बंधकों की रिहाई: पहले चरण में आधे बंधकों को छोड़ा जाएगा (चाहे वे जीवित हों या मृत)।
- स्थायी संघर्ष विराम: अगर दोनों पक्ष इस पर सहमत होते हैं, तो शेष बंधकों को भी रिहा कर दिया जाएगा।
- इजराइल की सेना की वापसी: हमास की शर्त है कि इजराइल को अपनी सेना वापस बुलानी होगी।
अब सवाल यह है कि क्या हमास और इजराइल इस प्रस्ताव को स्वीकार करेंगे या फिर यह विवाद और बढ़ेगा?
गाजा में मानवीय संकट: मदद रोकने का असर क्या होगा?
गाजा पट्टी पहले ही गंभीर मानवीय संकट से जूझ रही है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों के अनुसार—
- लगभग 80% गाजा की आबादी मानवीय सहायता पर निर्भर है
- भोजन, दवाओं और पीने के पानी की भारी कमी बनी हुई है
- हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं और सुरक्षित जगह की तलाश में हैं
- बिजली और ईंधन की आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावित है
इजराइल द्वारा सहायता रोकने के फैसले से हालात और बदतर हो सकते हैं। इससे बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका: क्या करेंगे अमेरिका, मिस्र और कतर?
गाजा संघर्ष को रोकने के लिए अमेरिका, मिस्र और कतर पिछले एक साल से मध्यस्थता कर रहे हैं। लेकिन इजराइल के इस नए फैसले पर अभी तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है।
अमेरिका और उसके सहयोगी इजराइल पर दबाव बना सकते हैं कि—
➡ संघर्ष विराम का पालन किया जाए
➡ मानवीय सहायता की अनुमति दी जाए
➡ बंधकों की रिहाई के लिए वार्ता जारी रखी जाए
संभावना है कि अगले कुछ दिनों में अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मामले में हस्तक्षेप करेगा और इजराइल पर सहायता आपूर्ति बहाल करने के लिए दबाव डालेगा।