वडोदरा : एक तरफ जहाँ पूरा देश होलिका दहन मनाने में व्यस्त था, वहीँ दूसरी तरफ गुजरात के वडोदरा में एक तेज रफ्तार कार से तीन टू-व्हीलरों को पीछे से टक्कर मारने का मामला सामने आया है, जिसमें 37 वर्षीय हेमाली पटेल की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 7 अन्य लोग घायल हो गए, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है। यह हादसा 13 मार्च की रात करीब 12:30 बजे करेलीबाग इलाके के मुक्तानंद सर्किल के पास हुआ।
CCTV में कैद हुआ हादसा
सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि 100-120 किमी/घंटे की रफ्तार से दौड़ रही फॉक्सवैगन वर्टस कार ने आगे चल रहे वाहनों को टक्कर मारी। टक्कर के बाद हेमाली पटेल को कार ने कई फीट तक घसीटा और फिर रुक गई। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने जब कार के पास जाकर देखा तो उसमें दो युवक सवार थे।
वीडियो में नजर आ रहा है कि कार से बाहर निकला एक युवक अपना मुंह छिपाते हुए कार चला रहे युवक की ओर इशारा करके कहता है, “मैंने कुछ नहीं किया, उसने किया।” वहीं, ड्राइवर गाड़ी से उतरते ही जोर से चिल्लाने लगता है, “Another Round..! निकिता-निकिता, ओम नम: शिवाय…!”
आरोपी लॉ स्टूडेंट्स, ड्रग्स लेने की पुष्टि
पुलिस ने आरोपी कार चालक रक्षित रवीश चौरसिया (20) और उसके साथी प्रांशु चौहान को गिरफ्तार कर लिया है। रक्षित एमएस यूनिवर्सिटी में और प्रांशु पारुल यूनिवर्सिटी में लॉ की पढ़ाई कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेमाली अपने पति और परिचितों के साथ अहमदाबाद से वडोदरा आई थीं। उन्होंने होली की खरीदारी की थी और वापसी के दौरान यह हादसा हुआ।
वडोदरा के डीसीपी के अनुसार, एक्सीडेंट के बाद दोनों आरोपियों के ब्लड सैंपल लिए गए। रेपिड टेस्ट में सामने आया कि दोनों ने होलिका दहन के दिन ड्रग्स लिया था। विस्तृत मेडिकल जांच कराई गई है और रिपोर्ट जल्द आने की उम्मीद है।
कार मालिक और हादसे का विवरण
घटना में इस्तेमाल फॉक्सवैगन वर्टस कार (GJ06RA6879) प्रांशु चौहान के पिता की थी और यह डायोन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रजिस्टर्ड है। हादसे के वक्त प्रांशु कार की बगल वाली सीट पर बैठा था।
रक्षित चौरसिया ने मीडिया को दिए बयान में कहा, “हम किशन वाड़ी गधेड़ा मार्केट से निजामपुरा जा रहे थे। होलिका दहन के लिए हम दोस्त के घर मिले थे और वहीं से मैं अपने कमरे की ओर जा रहा था। मेरी कार ऑटोमेटिक और स्पोर्ट्स मोड में थी, जबकि मुझे ऑटोमेटिक कार चलानी नहीं आती। अचानक दुर्घटना हो गई और एयरबैग खुलने के कारण मैं आगे कुछ नहीं देख सका। मेरी कार 50-60 किमी/घंटे की रफ्तार पर थी।”
रक्षित ने आगे कहा, “मेरी गलती माफी लायक नहीं है। मैं उस परिवार से मिलकर माफी मांगना चाहता हूं, लेकिन जानता हूं कि ‘सॉरी’ कहना काफी नहीं होगा। मैंने जो गलती की है, उसका कोई प्रायश्चित नहीं।” फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।