Hastrekha Shastra: हस्तरेखा शास्त्र में त्रिकोण, क्रॉस और वर्ग बहुत ही शुभ चिन्ह बताया गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह चिन्ह अगर किसी गलत स्थान या रेखा पर हो तो यह आपको अशुभता भी प्रदान कर सकते हैं। अगर नहीं तो आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे तो बिना किसी देरी के चलिए जानते हैं कहां होते हैं त्रिकोण, क्रॉस और वर्ग शुभ और कहां होते हैं अशुभ
1.त्रिकोण के शुभ और अशुभ संकेत
यदि स्वास्थ्य रेखा पर त्रिकोण हो तो जातक का स्वास्थ्य अच्छा होता है, कोई बड़ा या गम्भीर रोग परेशान नहीं करता। यदि भाग्य रेखा पर त्रिकोण हो तो कमज़ोर भाग्य का संकेत करता है।
यदि चंद्र पर्वत पर त्रिकोण हो तो जातक के लिए विदेश यात्रा का संकेत करता है। यदि मस्तिष्क रेखा कर त्रिकोण हो तो जातक को उच्च शिक्षा प्राप्ति का संकेत करता है।
यदि शुक्र पर्वत पर त्रिकोण हो तो जातक मधुरभाषी, सरल स्वभाव, उत्तम घर और वाहन सुख और मजबूत आर्थिक स्थिति होने का संकेत करता है। यदि जीवन रेखा कर त्रिकोण हो तो लंबी आयु का संकेत करता है।
2.क्रॉस के शुभ और अशुभ संकेत
हस्तरेखा शास्त्र अनुसार क्रॉस सिर्फ गुरु पर पर्वत पर ही शुभ माना गया है। यदि गुरु पर्वत पर क्रॉस हो तो जातक सोच समझ कर फैसले करने वाला, ज्ञानी, विवेकी, धर्म और संस्कारों का पालन करने वाला, सुखी जीवन व्यतीत होने का संकेत करता है।
यदि जीवन रेखा पर क्रॉस होना जीवन की उस आयु में गम्भीर रोग या दुर्घटना का संकेत करता है।
यदि भाग्य रेखा पर क्रॉस हो तो कमज़ोर भाग्य का संकेत, यदि हृदय रेखा पर क्रॉस हो तो कमज़ोर हृदय, दब्बू स्वभाव, प्रेम संबंध टूटना या हृदय रोग होने का संकेत करता है।
यदि मस्तिष्क रेखा पर क्रॉस हो तो जातक को बचपन में कष्ट, पढ़ाई करने में बाधा, मानसिक तनाव, आंखों या हड्डियों की कमज़ोरी के रोग का संकेत करता है।
यदि हाथ के मध्य भाव यानी राहु के स्थान पर क्रॉस हो तो जातक को सम्मान प्राप्ति में बाधा और बिना वजह अपमान मिलता है। राहु के स्थान पर क्रॉस होना सड़क दुर्घटना या वृद्ध अवस्था में कष्ट का संकेत करता है।
यदि हाथ के बिल्कुल नीचे केतु पर्वत पर क्रॉस हो तो जातक को जल मार्ग से भय, जल में डूबने का भय, अनावश्यक ही गलत आरोप की वजह से जेल यात्रा और मानसिक कमज़ोरी का संकेत करता है।
3.वर्ग के शुभ और अशुभ संकेत
हस्तरेखा शास्त्र अनुसार किसी भी रेखा पर वर्ग होना शुभता देता है। जैसे कि यदि सूर्य रेखा पर वर्ग हो तो जातक को खूब मान सम्मान मिलता है, जातक कोई उच्च वर्ग का अधिकारी भी हो सकता है।
यदि शनि पर्वत पर वर्ग हो तो अनेक बार गंभीर रोग या दुर्घटना से जातक का बचाव होता है, जातक के आधीन नौकर लोग उसका हमेशा साथ देते हैं।
यदि भाग्य रेखा पर वर्ग हो तो मजबूत भाग्य का संकेत, यदि हृदय रेखा पर वर्ग हो तो सुखी घरेलू जीवन, प्रेम और मित्रता के अच्छे सुख, दयालु स्वभाव का संकेत करता है।