लखनऊ : लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर एक फर्जी महिला टीटीई को पकड़ा गया, जो रेलवे अधिकारी की वर्दी पहनकर यात्रियों के टिकट चेक कर रही थी। गले में फर्जी आईडी कार्ड और हाथ में पेन-कॉपी लिए यह महिला खुद को टीटीई बताकर यात्रियों की जांच कर रही थी। लेकिन जब अधिकारियों ने उससे उसकी पोस्टिंग और अन्य विभागीय जानकारी पूछी, तो वह संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाई, जिससे उस पर संदेह हुआ। जांच के बाद उसे हिरासत में ले लिया गया।
22 वर्षीय युवती निकली फर्जी टीटीई
मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी महिला का नाम काजल सरोज (22) है। पुलिस को उसके पास से एक फर्जी आईडी कार्ड बरामद हुआ, जिसमें उसका नाम, पता और कर्मचारी नंबर दर्ज था। जब स्टेशन अधीक्षक अरविंद बघेल ने उसकी जांच की, तो पाया गया कि आईडी कार्ड में दिए गए कर्मचारी नंबर, पदनाम और तैनाती स्थल सभी फर्जी थे।
महिला टीसी की सतर्कता से पकड़ी गई आरोपी
यह मामला तब सामने आया, जब स्टेशन के वेटिंग रूम के वॉशरूम में एक महिला टीसी ने काजल को यात्रियों के टिकट चेक करते हुए देखा। उसे शक हुआ और उसने तुरंत अधिकारियों को इसकी सूचना दी। इसके बाद रेलवे अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर काजल को गिरफ्तार कर लिया।
फर्जी आईडी कार्ड से खुला पूरा मामला
जांच के दौरान काजल के आईडी कार्ड से पूरा फर्जीवाड़ा सामने आया। आईडी कार्ड में उसकी जन्मतिथि 16 मार्च 2002 और नियुक्ति तिथि 25 मार्च 2021 दर्ज थी। लेकिन रेलवे नियमों के अनुसार, टीटीई पद पर सीधी भर्ती नहीं होती है। पहले महिला/पुरुष टिकट कलेक्टर (टीसी) के रूप में नियुक्ति होती है और करीब 14-15 साल के अनुभव के बाद प्रमोशन के जरिए टीटीई बना जाता है। मात्र 22 साल की उम्र में टीटीई के रूप में कार्यरत होना पूरी तरह अवैध था, जिससे अधिकारियों को शक हुआ और मामले का खुलासा हो गया।
पुलिस कर रही जांच
काजल के खिलाफ जीआरपी थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। जांच के दौरान यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उसके पीछे कोई गिरोह तो नहीं है या वह पहले भी इस तरह की धोखाधड़ी कर चुकी है।