नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन के केरल को “पिछड़ा राज्य” बताने वाले बयान और सुरेश गोपी की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए सीपीआई सांसद पी संदोष ने इसे अनुचित और केरल के लिए नुकसानदेह बताया है। उन्होंने कहा कि जॉर्ज कुरियन का बयान मंत्री पद की गरिमा के खिलाफ है। बीजेपी की मानसिकता क्या है, यह समझना मुश्किल है। उन्होंने केरल को कोई अतिरिक्त फंड आवंटित नहीं किया और अब इसे सही ठहराने का प्रयास कर रहे हैं।
पी संदोष ने आगे कहा कि सुरेश गोपी और जॉर्ज कुरियन ने केरल की चेतना का अपमान किया है। उन्हें नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। खासतौर पर सुरेश गोपी को अपने मंत्री पद से हट जाना चाहिए क्योंकि यह उनके द्वारा ली गई शपथ का उल्लंघन है।
सांसद ने इस मामले पर संसद में चर्चा के लिए नियम 267 के तहत नोटिस भी दिया है। उन्होंने जॉर्ज कुरियन पर समाज को जाति के आधार पर बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए इसे एक गंभीर मुद्दा करार दिया है।