नई दिल्ली : संसद के बजट सत्र का आज, 4 फरवरी, चौथा दिन है। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद और अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चर्चा की शुरुआत की।
अखिलेश यादव ने महाकुंभ हादसे को लेकर 2 मिनट के मौन की मांग की, जिसे लोकसभा स्पीकर ने अस्वीकार कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर सरकार को इस घटना को लेकर कोई अपराध बोध नहीं है, तो फिर हादसे से जुड़े आंकड़े क्यों छिपाए जा रहे हैं? उन्होंने कहा कि डिजिटल कुंभ की बात करने वाली सरकार मृतकों की संख्या तक नहीं बता पा रही है। यहां तक कि खोया-पाया केंद्र भी सही से संचालित नहीं हो रहा है।
सपा अध्यक्ष ने महाकुंभ हादसे के हालात का जिक्र करते हुए कहा कि वहां जूते-चप्पल और कपड़े बिखरे पड़े थे, लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस घटना पर कोई संवेदना प्रकट नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि जब चारों ओर मौतों की खबरें फैलने लगीं, तब सीएम ने 17 घंटे बाद इस पर प्रतिक्रिया दी। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि पहले अखाड़ों का स्नान रद्द कर दिया गया, लेकिन जब पूरे देश में इस मुद्दे को लेकर सवाल उठने लगे, तो फिर स्नान की अनुमति दी गई।