छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ एक बड़े अभियान में सुरक्षाबलों ने रविवार को भीषण मुठभेड़ के दौरान 31 नक्सलियों को मार गिराया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ में दो सुरक्षाकर्मियों की भी जान चली गई तथा दो अन्य घायल हो गए।
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि 650 से अधिक सुरक्षाकर्मियों ने विभिन्न दिशाओं से इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में प्रवेश किया और 31 नक्सलियों को उनके ठिकाने पर ही ढेर कर दिया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि देश और प्रदेश से नक्सलवाद का खात्मा निश्चित है। साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में राज्य को मार्च 2026 तक नक्सलवाद से मुक्ति मिल जाएगी। इस घटना के साथ ही इस साल अब तक राज्य में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों ने 81 नक्सलियों को मार गिराया है।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि मुठभेड़ सुबह इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के जंगल में हुई, जब विभिन्न सुरक्षाबलों का एक संयुक्त दल नक्सल रोधी अभियान पर निकला था। पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि इस अभियान में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और बस्तर फाइटर्स (राज्य पुलिस की सभी इकाइयां) के जवान शामिल थे। पुलिस महानिरीक्षक ने कहा, ‘‘ अब तक मुठभेड़ स्थल से 31 ‘वर्दीधारी’ नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। इसके अलावा, घटनास्थल से एके-47, इंसास, एसएलआर और .303 राइफलों और बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) सहित हथियारों का एक बड़ा जखीरा और विस्फोटक भी जब्त किया गया है। ’’ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मुठभेड़ में दो सुरक्षाकर्मियों ने भी जान गंवाई है, जिनमें से एक राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड से तथा दूसरा विशेष कार्य बल से था।
उन्होंने कहा कि दो अन्य सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। उन्होंने बताया कि दोनों घायल जवानों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है और उन्हें उपचार के लिए बेहतर चिकित्सा प्रतिष्ठान में ले जाया जा रहा है। पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि घटनास्थल पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को भेज दिया गया है तथा क्षेत्र में तलाशी अभियान अब भी जारी है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में मार्च 2026 तक राज्य को नक्सलवाद से मुक्ति मिल जाएगी। मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि सुरक्षाबलों को इस दिशा में लगातार सफलता मिल रही है और वे लक्ष्य प्राप्ति की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, देश और राज्य से कैंसर की तरह फैले नक्सलवाद का खात्मा निश्चित है। साय ने कहा, ‘‘हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और शोकाकुल परिवारों को संबल प्रदान करने तथा घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। ’’
सुरक्षाबलों की सराहना करते हुए उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि बीजापुर में राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र को नक्सलियों के लिए पनाहगाह माना जाता था, जहां 650 से अधिक सुरक्षाकर्मियों ने विभिन्न दिशाओं से प्रवेश किया और 31 नक्सलियों को उनके ठिकाने में ही ढेर कर दिया। विजय शर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि सभी मृतक नक्सली ‘वर्दी’ पहने हुए थे और उनके पास से स्वचालित हथियार बरामद किए गए। उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अभियान में हमारे दो जवान शहीद हो गए। मैं उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनके परिवारों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।
विष्णु देव साय की सरकार हमेशा उनके परिवारों के साथ खड़ी रहेगी। दो घायल जवानों को हवाई मार्ग से रायपुर लाया गया है।’’ नक्सलवाद को समाप्त करने की मार्च 2026 की समय-सीमा के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री साय के मार्गदर्शन में यह लक्ष्य हासिल किया जाएगा।’’ इस वर्ष अब तक राज्य में मारे गए 81 नक्सलियों में से 65 बस्तर संभाग में मारे गए, जिसमें बीजापुर सहित सात जिले शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों ने 219 नक्सलियों को मार गिराया था।