प्रयागराज : प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर दूसरे अमृत स्नान से ठीक पहले हुए हादसे में अब तक 30 लोगों की दुखद मौत होने की पुष्टि की गई है, जबकि कई अभी भी लापता है। ऐसे में इस हादसे के बाद सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से मामले में स्टेटस रिपोर्ट मांगने और जिम्मेदार अधिकारियों पर कानूनी कार्यवाही करने की अर्जी की गयी है।
सूत्रों के अनुसार एक वकील ने यह जनहित याचिका दायर की है। इसमें यह निर्देश देने की मांग की गई है कि वीआईपी मूवमेंट से आम श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्रभावित न हो, उनके लिए कोई खतरा पैदा न हो और महाकुंभ में श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकास के लिए अधिकतम स्थान उपलब्ध कराया जाए।
बता दे कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ में मंगलवार देर रात हुए हादसे की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग से कराने का आदेश दिया था। साथ ही मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का एलान किया गया है। घटना की जानकारी साझा करते हुए सीएम योगी भावुक भी हो गए थे।
वही हादसे के बाद पुलिस ने देर रात से ही मेले में जाने वाले वाहनों पर रोक लगा दी थी। जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया और यातायात पुलिस ने सात आपातकालीन योजनाएं लागू कर भीड़ पर काबू पाया। इसके अनुसार ही श्रद्धालुओं को संगम की ओर जाने दिया गया।